क्या आपका भाग्य भगवान ने लिखा है, अगर आप ऐसा मानते हैं तो ये गलत हो सकता है. क्योंकि वो सिर्फ आप ही हैं जो अपना भाग्य रच सकते हैं. आज के समय में सिर्फ सफलता सिर्फ मेहनत से नहीं मिलती बल्कि खुद में बदलाव करने से मिलती है. अगर आपको अपनी विफलता को दूर करना है तो कुछ चतुराई दिखानी होगी.