संसार में बिना कर्म के कुछ भी संभव नहीं है. ना तो कर्म के बिना भाग्य संवरता है और ना ही जीवन की गाड़ी आगे बढ़ती है. लेकिन क्या कर्म पर ज्यादा भरोसा करना ठीक है, क्या सिर्फ भरोसा करने से ही भाग्य ठीक हो जाता है. देखें मैं भाग्य हूं के इस कार्यक्रम में...