कार्यक्रम में एक कहानी के जरिए सीख दी गई है कि छोटी-छोटी कोशिशों से ही आगे चलकर बड़ा बदलाव आ सकता है. हमें सिर्फ अपने हिस्से की कोशिश करनी चाहिए, भले ही उस वक्त उसका बड़ा असर होता न दिखे.