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मैं भाग्य हूं: भूखे को खाना खिलाना सबसे बड़ा धर्म

मैं भाग्य हूं: भूखे को खाना खिलाना सबसे बड़ा धर्म

धन कमान और उसे खुद पर खर्च करना बहुत आसान है. लेकिन धन कमाना और उसे दूसरों पर खर्च करना बहुत मुश्किल. लेकिन जो इस मुश्किल काम को कर लेता है उसे ना तो किसी धन की कमी है ना ही धर्म की. भूखे को खाना खिलाना सबसे बड़ा धर्म है. तो भाग्य से सुनिए इस भौतिकवादी दुनिया का कटु सत्य, कबीरदास से जुड़ी कहानी.

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