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मैं भाग्य हूं: मेहनत से ही मिलती है तरक्की

मैं भाग्य हूं: मेहनत से ही मिलती है तरक्की

जो मनुष्य कुछ पा लेने के बाद उसे अपनी सफलता का अंत मान लेता है उससे उसकी सफलता दूर चली जाती है. क्योंकि सफलता को प्राप्त करना और सफल बनें रहना एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है.

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