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मैं भाग्य हूंः कर्म से तय होती हैं तकदीर की लकीरें

मैं भाग्य हूंः कर्म से तय होती हैं तकदीर की लकीरें

व्यक्ति जैसा कर्म करता है, उसकी भाग्य उसी तरह की होती है. यहां तक कि हाथ ही रेखाएं भी कर्म के अनुसार ही बदलती रहती हैं. इसलिए कहा जाता है कि मेहनत का फल मीठा होता है. देखिए वीडियो.

Good intent and good deeds contribute to good karma and future happiness.

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