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दशरथ मांझी: एक जिद के आगे झुक गया पहाड़

दशरथ मांझी: एक जिद के आगे झुक गया पहाड़

सबसे खूबसूरत कहानी वो होती है जिसमें एक आम इंसान असाधारण काम करता है. उससे भी खूबसूरत कहानी वो होती है, जिसमें वह आम इंसान वह असाधारण काम अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए करता है. 22 साल तक एक असंभव लगने वाले युद्ध दशरथ मांझी अकेले लड़ते रहे. मांझी के बारे में क्या सोचते हैं फिल्म 'मांझी' के सितारे.

life of dashrath manjhi changing politics and the film

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