राजनीति में ठहराव नहीं होता, लगातार चलती है, जिस ओर हित होगा उस ओर उसका झुकाव. नरेंद्र मोदी पहले पूर्व के देशों से निवेश और रिश्ते कमाकर लौटे. अब उन्होंने पश्चिम की ओर कूटनीतिक मोहरा चला तो चाल सटीक बैठी. मोदी की कोशिश से पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा मुख्य अतिथि बनकर शामिल होंगे.