अयोध्या की विवादित भूमि को इस मुकदमे के अहम तीन पक्षों में बांटा जाएगा. साठ साल पुराने देश के इस सबसे बड़े केस में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के दो जजों ने उस भूमि को रामलला ट्रस्ट, निर्मोही अखाड़ा और मुसलमानों में बांटे जाने का फैसला दिया.