मुंबई यूनिवर्सिटी के चुनावी नतीजों से बाल ठाकरे की बांछे खिली हुई है. हर चुनाव में राज ठाकरे से मार खा रही पार्टी को आखिरकार एक युवा नेता मिल गया है. पहली बार आदित्य ठाकरे के युवा नेतृत्व में शिवसेना की छात्र विंग ने चुनाव में मोर्चा संभाला और अच्छी जीत हासिल की.