महाराष्ट्र की सियासत का शेर आज हमेशा के लिए खामोश हो गया. बालासाहब पंचतत्व में विलीन हो गए. सुबह ही घर से शिवाजी पार्क तक के लिए उनकी शव यात्रा निकाली गयी थी, जिसमें पूरे रास्ते लाखों की भीड़ साथ चल रही थी. लाखों लोग अपने नायक की आखिरी झलक पाने मुंबई की सड़कों पर जमा हुए थे.