बॉम्बे हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के फैसले पर मुहर लगाते हुए कसाब की फांसी की सजा को बरकरार रखा है. जिस तेजी से कसाब मामले पर सुनवाई और फैसला आया, उससे इंसाफ की आस जगी है, लेकिन क्या कसाब को फांसी के तख्ते तक पहुंचाने का रास्ता भी इतनी ही जल्दी तय हो पाएगा?