क्या कभी आपने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की नम आंखे देखी हैं. आप कहेंगे कि बॉलरों को रुलाने वाला बल्लेबाज खुद कैसे रो सकता है. अपने पिता की कविताओं की सीडी लांच करते वक्त सचिन की आंखे भर आईं.