सियासत में लोगों की नजर सिर्फ और सिर्फ वोट पर होती है और इस चक्कर में वे जुबान पर नियंत्रण खो बैठते हैं. ऐसा ही कुछ उद्धव ठाकरे ने किया, वे राजनीति में अपने एक प्रतिद्वंदी के दांत तोड़ने पर आमादा हैं. आखिर क्यों? आप ही देख लीजिए.