आज बात करते हैं मुंबई में मनाए जानेवाले गणपति उत्सव की. दरअसल इसी उत्सव ने अंग्रेज़ों के खिलाफ जनआंदोलन खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई थी. उस वक्त जाति और सम्प्रदायों में बटे समाज को, गणेशोत्सव के बहाने, एक बनाने की कोशिश की थी, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने.