शिवाजी पार्क में बाल ठाकरे का स्मारक बनाए जाने की मांग को लेकर शिवसेना के तेवर तल्ख होते जा रहे हैं. शिवसेना ने स्मारक को श्रद्धा का मामला करार दिया. सरकार और अदालत को नसीहत भी दे डाली कि वो आस्था के मामले में कोई दखल न दे. उधर महाराष्ट्र सरकार ने साफ लहजे में कहा कि कानून को हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी.