बुधवार को मिल मजदूरों की हड़ताल को तीस साल पूरे हो गए. तीस साल पहले मिले बंद होनी शुरू हुई और मिल मजदूर बेरोजगार. इस घटना ने मुंबई शहर की तस्वीर ही बदल कर रख दी. अपने हक की लड़ाई के लिए मिल मजदूरों का संघर्ष अब भी जारी है.