शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष दोबारा एक्शन में आने के लिए तैयार हैं. उद्धव दिसंबर में राज्य भर में जाकर पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलेंगे. बिना बालासाहेब के उद्धव के नेतृत्व में शिवसेना वैसे ही रहेगी या कुछ बदलेगा ये देखना दिलचस्प रहेगा.