बाल ठाकरे और बाल ठाकरे की शिवसेना, जो अगर चाह लेते थे तो शिवसैनिक पाकिस्तान के खिलाफ आवाज उठाने के लिए स्टेडियम में क्रिकेट की पिच तक खोद देते. उसी शिवसेना में बगावत हो गई और महाराष्ट्र की सड़कों पर बगावत करने वाले एकनाथ शिंदे को बाघ बताते हुए पोस्टर लग गए. क्या ये बाल ठाकरे और शिवसेना की पुरानी आक्रामक राजनीति के अंत का दौर है? या फि ये कहना अभी जल्दबाजी है? राजनीति में कुछ भी लिखित में नहीं होता. लोगों ने एकनाथ शिंदे के समर्थन में पोस्टर बैनर लगा दिए हैं. महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना को शिवसेना के भीतर से ही चुनौती देने का ये सबूत है. देखें मुंबई मेट्रो.
Bal Thackeray and Shiv Sena used to rule Maharashtra. The same Shivsena is going through a tough time and the biggest rebellion in its history. Is this the end of the aggressive politics of Bal Thackeray and Shiv Sena? Watch Mumbai Metro.