महाराष्ट्र में हिंदी को अंग्रेजी और मराठी के बाद तीसरी अनिवार्य भाषा बनाने के फैसले पर फडणवीस सरकार घिरती जा रही है. विपक्ष इसे मराठी अस्मिता पर हमला बता रहा है तो राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस ने बड़ी बड़ी होर्डिंग लगाकर ऐलान कर दिया कि सरकार फैसला वापस ले, नहीं तो विरोध प्रदर्शन तेज होगा. देखें मुंबई मेट्रो.