मालेगांव ब्लास्ट केस में नौ साल बाद जेल से जमानत पर छूटे कर्नल श्रीकांत पुरोहित. आर्मी की क्विक रिस्पांस टीम के साथ कोलाबा के मिलिट्री स्टेशन ले जाए गए. बता दें कि रिहाई के बावजूद कर्नल पुरोहित का सस्पेंशन जारी रहेगा. उनकी आवाजाही पर भी कई तरह की पाबंदी रहेगी. कर्नल पुरोहित को क्विक रिस्पांस टीम की सुरक्षा देने पर उठे सवालों पर सेना की सफाई, कहा- खतरे की वजह से मिली सिक्योरिटी.मालेगांव ब्लास्ट केस में लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित नौ साल बाद जेल से निकले थे, लेकिन जज्बे से कहीं लग नहीं रहा था कि इस आजादी के लिए उन्हें इतना लंबा इंतजार करना पड़ा. ऐसा लग रहा था कि मानो वो रोज की फौजी ड्यूटी पर जा रहे हों. जमानत पर रिहाई के बाद पुरोहित ने सदर्न कमांड के इंटेलिजेंस विंग में हाजिरी लगाई है.