खुले में शौच करते पकड़े गए लोगों से उठक-बैठक करवाने के बीएमसी के अभियान की हो रही है चौतरफा आलोचना. स्वयंसेवी संस्थाओं ने कहा कि अगर बीएमसी सबको टॉयलेट मुहैया नहीं करा सकती तो इस तरह लोगों के आत्म-सम्मान से खिलवाड़ भी नहीं कर सकती.