राज ठाकरे के तेवर अब नरम हो गए है . सुप्रीमकोर्ट ने राज को भड़काउ भाषण ना देने की चेतावनी दी तो एमएनएस की चौथी सालगिरह का माहौल ठंडा पड़ गया लेकिन कहते है कि रस्सी जल जाए पर बल नही जाते. राज ने अपने पुराने शिकार उत्तरभारतीयों पर निशाना को साधा लेकिन तरीका थोड़ा सधा रहा.