लद गया वो ज़माना, जब कुछ क्षेत्रों पर पुरुषों का एकाधिकार समझा जाता था. महिलाए आज हर जगह मर्दों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं. मुंबई शहर की रफ्तार को कायम रखने में भी महिलाओं का बड़ा योगदान है. देखिये लोकल हो या बस, कैसे हर मोर्चे पर मजबूती के साथ डटी हैं महिलाएं.