उत्तर प्रदेश में कोरोना से लड़ने के इंतजामों पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने साफ कहा है कि मौजूदा हालात में सूबे के गांवों, कस्बों और छोटे शहरों में स्वास्थ्य सेवाएं राम भरोसे हैं. इलाहाबाद हाई कोर्ट जस्टिस अजीत कुमार और जस्टिस सिद्धार्थ वर्मा की बेंच ने जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए बिजनौर का उदाहरण लिया. इस सुनवाई में डीएम बिजनौर ने कहा कि 31 मार्च 2021 से 12 मई के बीच बिजनौर शहर में 26245 और ग्रामीण इलाके में 65491 की टेस्टिंग की गई. ज्यादा जानकारी के लिए देखें नॉनस्टॉप 100.
With Uttar Pradesh battling a second Covid wave, the Allahabad High Court on Monday used a famous Hindi saying - Ram Bharose - as the health infrastructure in villages and small cities was discussed. Watch the video for more information.