अभिव्यक्ति की आजादी की हिमायत करते-करते महुआ मोइत्रा ने ऐसी टिप्पणी कर दी कि वो खुद उनके लिए ही घातक हो गईं. अब वो राजनीतिक विरोधियों के निशाने पर हैं. धार्मिक नेताओं के निशाने पर हैं और तो और अपनी ही पार्टी के निशाने पर हैं. यानी कि इस वक्त महुआ का कोई मददगार नहीं, उनकी अपनी पार्टी भी नहीं, उनकी नेता ममता बनर्जी भी नहीं. राजनीतिक मजबूरी ने ममता को मौन रहने पर मजबूर कर दिया है क्योंकि मां काली बंगाली मानुष की धार्मिक आस्था की बडी प्रतीक हैं. मां काली की आराधना बंगाली समाज के संस्कार से गहरी जुड़ी है. देखें ये वीडियो.
Mahua Moitra had said that Kali, for her, was a meat-eating, alcohol-accepting goddess. Moitra said this while speaking at the India Today Conclave East 2022 on July 5 in response to a controversy over a movie poster showing Goddess Kaali smoking a cigarette.