राज ठाकरे की पूरी राजनीति मराठी मानुष से शुरु हुई थी, उसी मराठी मानुष के सहारे वो अपने सियासी कद का विस्तार करना चाहते थे, मगर उसी मराठी मानुष ने राज ठाकरे के सपने को चूर कर दिया, मगर अब राजठाकरे का राग भी बदलाहुआ है और रंग भी, लाउडस्पीकर के बहाने राज ठाकरे ने हिंदुत्व की लड़ाई छेड़ दी, राज ठाकरे ये जताना चाहते हैं कि उनका हिंदुत्व शिवसेना के हिंदुत्व से बड़ा है. इसीलिए औरंगाबाद में रैली के नाम पर राज ठाकरे ने बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया है. वहीं सरकार को तीन मई का अल्टीमेटम दिया हुआ है और उससे पहले राज ठाकरे ने औरंगाबाद की रैली में अपना आगे का प्लान बता दिया.
For almost a month, Raj Thackeray has been campaigning against loudspeakers in the mosques of Maharashtra. The government has been given an ultimatum of May 3 and before that Raj Thackeray told his future plan in the rally in Aurangabad.