देश के महानायक अमिताभ पर ताबडतोड़ हमले हो रहे हैं. अमिताभ इन हमलों से दुखी हैं और उनका ये दर्द कई रूपों में छलकता है. अब तक ब्लॉग के जरिए विरोध जताते आए अमिताभ ने आज पहली बार जुबान खोली. पुणे में एक साहित्य सम्मेलन में कविताओं के बहाने उन्होंने बगावत का बिगुल फूका है.