छोटे पर्दे की चमक-धमक किसे नहीं भाती. लेकिन कलाकारों की मेहनत पर नजर पर कम ही जाती है. आइए देखते हैं कि छोटे पर्द के कलाकार किस तरह से आईटीए की एक रात के लिए घंटों पसीना बहा रहे हैं.