चांदनी के रथ पर सवार होकर खुशियों की बहार लेकर प्रतिज्ञा के घर आ गई है एक नन्ही परी. पापा-कृष्णा, दादा-सज्जन सिंह सभी खुश हैं आखिर कितनी ही मुरादों के बाद प्रतिज्ञा की सूनी गोद भरी है. लेकिन इस खुशी के साथ विदाई की टीस भी है. क्योंकि आपके पसंदीदा शो 'प्रतिज्ञा' का अब दि एंड हो रहा है.