कोई भी लड़की चाहे जितना भी सज-संवर ले लेकिन असलियत तो यही है कि लड़की का साज-श्रृंगार तभी पूरा होता है जब उसके पियाजी की नजरें उस पर पड़ती हैं. बस यही हो रहा है हमारी खुशी के साथ भी.