नामकरण में अवनि गुरुमां के दरबार में मुजरा करती नजर आएंगी. इसी दौरान दयाबंती का हाहाकार देखने को भीमिलता है. गुरुमां अपनी जीत का जश्न मना रही हैं. अवनि पर अत्याचार जारी है. हर समस्या को सुलझाने वाली अवनिआज बेबस है. वह चाबी वाले खिलौने की तरह किसी के इशारों पर नाच रही है. साथ ही अपने प्यार नील को याद कर रहीहै. रंग महल में ये सब शुरू करने के पीछे गुरुमां का एक खास मकसद है. जानें क्या?