'सास बहू और बेटियां' जब पहुंचा 'ये हैं मुहब्बतें' सेट पर. तो वहां इशिता की सारी पुरानी यादें ताजा हो गई हैं. इशिता की आंखों के सामने ठीक ऐसा ही हादसा होने जा रहा था जैसा बरसों पहले रुही के साथ हुआ था. इशिता ने पीहू की जान बचा ली.