ये राम की दीवानगी नहीं तो फिर और क्या है. ये राम की आशिकी नहीं तो फिर और क्या है. राम कभी ऊ..ला..ला.. गर्ल विद्या को अपनी बाहों में भरते हैं तो कभी रानी को अपनी दीवानगी दिखाते हैं.