नाच-गाना और मुंह दिखाई तो बस बहाना है. असल मकसद दुल्हन के चेहरे पर पड़े रहने वाले नकाब को हमेशा के लिए हटाना है. लेकिन 'सपने सुहाने लड़कपन के' में परदा हटते ही सब हो गया उलट-पुलट.