मेजर रुद्र प्रताप सिंह के कॉलर तक पहुंच गई हैं पारो. लेकिन गुस्सैल मेजर साहब कुछ बोल नहीं सके और बोलेंगे भी तो कैसे क्योंकि पारो के सामने तो उनकी बोलती बंद हो जाती है.