दस साल के बाद अक्षरा ने ससुराल की दहलीज पर कदम रखा तो उसके पैर लड़खड़ाने लगे, मुंह से कुछ नहीं निकला लेकिन फिर भी उसकी आंखों ने दिल की बात कह दी और अक्षरा भाभी मां के गले से लिपट गई. देखिए किस तरह अपनो का मिलन हुआ.
saas bahu our betiyan programme episode on 27 april 2015