करे कोई और भरे कोई. ये कहावत पंखुड़ी पर बिल्कुल फिट बैठ रही है. पंखुड़ी गई तो थी अपनी नई नवेली देवरानी की मदद करने लेकिन इस चक्कर में आदित्य बाबू पंखुड़ी से ही नाराज हो गए.