सरस सारी दुश्मनी को भुलाकर अपने पापा से मिलने आ पहुंचे हैं. यही नहीं एक बार फिर से गुमान ने एंट्री मार ली है और गुमान को देखकर सरस के दिल की घंटी जोरों से बजने लगी है.