'साथ निभाना साथिया' में गोपी और अहम के बेटे रिक्की की शादी सीता से होने जा रही है. गोपी अपनी होने वाली बहू सीता का हाथ पकड़ कर मंडप में लाती हैं लेकिन उसी समय रिक्की, सीता से शादी करने के लिए मना कर देता है. रिक्की, सीता को बहनजी मानता है और इसीलिए वो उससे शादी नहीं करना चाहता. यह सब सुनकर पूरा परिवार सदमे में आ जाता है. सीता को भी रिक्की की बात सुनकर धक्का लगता है. पूरा परिवार रिक्की को मनाने की कोशिश में जुट जाता है लेकिन रिक्की किसी की भी बात नहीं मानते और अपने फैसले पर अड़े रहते हैं. इससे दुखी होकर सीता खुद शादी से मना कर देती है.