ज्वालापुरी में बदलने जा रहा है इतिहास. बता दें ज्वालापुरी में हर साल की तरह इस बार भी होली पर मटकी फोड़ने की रस्म निभाई जाएंगी लेकिन इस बार मटकी लड़के नहीं ब्लकि लड़कियां फोड़ेगीं. ज्वालापुरी का इतिहास तो तभी बदल पाएगा अगर देवांशी मटकी फोड़ने में सफल हो जाए. यह सब कुसुम सुंदरी की चाल थी. लेकिन वो कहते हैं ना कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती उसी तरह देवांशी ने भी हार नहीं मानी और मटकी को फोड़ दिया.