दादी सा की हवेली में बहुत बड़े जश्न का माहौल है, पूरा का पूरा गांव हवेली में इकट्ठा है. यही नहीं, आनंदी भी दुल्हन की तरह सज-धजकर तैयार है. कहीं शिव और आनंदी का पुनर्विवाह तो नहीं हो रहा.