तो किसानों ने कर दिया है एक और लड़ाई का शंखनाद, मगर उसके पहले किसानों का जत्था तैयार है. ट्रैक्टर मार्च के लिए ऐसा इतिहास में पहली बार होगा कि एक तरफ राजपथ पर देश की आन बान और शान दिखाती झांकी निकलेंगी, तो दूसरी ओर अपनी मांगों को लेकर अड़े किसानों की ट्रैक्टर रैलियां निकलेंगी. राजपथ पर जय जवान होगा तो आंदोलन पथ पर जय किसान होगा. किसान संगठन कल ट्रैक्टर परेड करने के लिए तैयार हैं. पहले रूट पर किसान सिंघु बॉर्डर से संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर होते हुए कंजावला, बवाना और चंडी बॉर्डर को पार कर केएमपी एक्सप्रेसवे पर जाएंगे और वापस सिंघु बॉर्डर लौट आएंगे. ये करीब 60 किलोमीटर का चक्कर होगा. देखें शंखनाद, सईद अंसारी के साथ.