आज पाकिस्तान एक बार फिर अपने इतिहास को दोहरा रहा है, वो इतिहास जहां आज तक कोई प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है. चेहरा बदलता है, मोहरा बदलता है और वक्त भी बदलता है लेकिन नहीं बदलती तो पाकिस्तान की ये परंपरा जहां अब बारी इमरान खान की है. जिन इमरान खान के आज इस्तीफे की अटकलें लगाई जा रही थीं, सारी अटकलों पर एक मीटिंग ने विराम लगा दिया है. ये मीटिंग आईएसआई डीजी और पाकिस्तान के आर्मी चीफ बाजवा के साथ की गई थी. आखिर, कैसे इमरान के सहयोगियों ने उनका साथ छोड़ा और कैसे विपक्ष अब बहुमत के आंकड़े तक पहुंचा? जानने के लिए देखें शंखनाद का ये एपिसोड.