पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम ने 2011 में TMC प्रमुख ममता बनर्जी को कोलकाता की राइटर्स बिल्डिंग तक पहुंचा दिया. 10 साल बाद एक फिर बंगाल की राजनीति निर्णायक मोड पर है. क्या सत्ता की लड़ाई में आगे का रास्ता नंदीग्राम से होकर गुजरेगा? क्या टीएमसी बनाम बीजेपी की सियासी जंग में बंगाल वही जीतेगा, जिसकी मुट्ठी में नंदीग्राम होगा. आखिर ममता ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का एलान करके सबसे बडा सियासी दांव क्यों खेला? देखें शंखनाद, चित्रा त्रिपाठी के साथ.