बंगाल के चुनावी रण में क्रिएटिव स्लोगन और धारदार नारों की बहार है, बीजेपी और टीएमसी दोनों एक दूसरे पर अलग-अलग स्लोगन और नारों के जरिए चुनावी युद्ध लड़ रहे हैं. दोनों में होड़ मची है कि कैसे बंगाल की जनता का दिल जीता जाए? कैसे बंगाल के लोगों के मन में जगह बनाई जाए, और कैसे बंगाल में जीत का नगाड़ा बजाया जाए? किसी भी चुनाव में नारों का बड़ा महत्व होता है. नारे ही बनते हैं तेवर, नारे ही बताते हैं विरोधी के खिलाफ तल्खियां, और नारे ही कार्यकर्ताओं में फूंकते हैं जान. नारे ही पूरे करते हैं जनता तक पहुंचने का अरमान. इसीलिए बंगाल के चुनावों में नारों की बौछार है. सीलिए टीएमसी और बीजेपी दोनों तरफ से नए नए नारे उछाले जा रहे. देखें शंखनाद.