उत्तर प्रदेश के चुनावी समर की शुरुआत पश्चिमी यूपी से होगी, इसीलिए सभी दलों ने अपना पूरा लाव-लश्कर पश्चिमी यूपी में झोंक दिया है. और पश्चिमी यूपी में सभी दलों के निशाने पर हैं जाट, क्योंकि माना जाता है कि जिसके साथ जाट, उसके समझो ठाठ. तो गृहमंत्री अमित शाह ने एक दिन पहले जाटों को अपने पाले में लाने के लिए जाट नेताओं के साथ बैठक की, तो आज जयंत चौधरी ने अपने पिता चौधरी अजीत सिंह के नाम पर जाटों को एक जुट होने का संदेश दिया. सवाल ये है कि पश्चिमी यूपी में जाट इतने जरूरी क्यों हैं? रिपोर्ट देखिए अंदाजा हो जाएगा.