टेरर फंडिंग केस में दिल्ली की एनआईए कोर्ट ने यासीन मलिक को उम्रकैद की सज़ा सुनाई है. हालांकि एनआइए ने यासीन मलिक को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की थी. अदालत ने यासीन मलिक पर 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है. जैसे ही प्रतिबंधित संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चीफ यासीन मलिक को सजा सुनाई गई, कोर्ट के बाहर लोगों ने मिठाइयां बांटी. बता दें कि यासीन मलिक ने कोर्ट में कहा कि वो अपनी सज़ा पर कुछ नहीं बोलेगा. देखें
Yasin Malik has been awarded life imprisonment under section 17 UAPA, and a fine of Rs 10 lakhs, sentenced to 10 years of imprisonment under 120B and a fine of Rs 10,000 and other sections of IPC and UAPA.