भारत लगातार पाकिस्तान की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाता है, लेकिन पाकिस्तान हमेशा ही दगा दे जाता है. हर बार की शांति वार्ता बस बातों तक ही सिमट कर रह जाती है.