सरकार पर हमेशा आरोप लगता रहा है कि वह अपने फायदे के लिए सीबीआई का इस्तेमाल करती आई है. इस दौरान सीबीआई को पिंजरे का तोता तक कह दिया गया. सरकार ने उसे 'आजाद' करने की बात शुरू भी की, तोता फड़फड़ाया भी, लेकिन वह पिंजरे में ही रहा. इस दौरान तमाम नेताओं ने सीबीआई पर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया.